बैंकिंग न्यूज़।
RBI ने अपने रिज़र्व एकाउंट से सरकार को दिए 52000 करोड़।
RBI ने भारत सरकार यानी मोदी सरकार को अपने रिज़र्व खाते से सरकार को 52000 करोड़ देने का ऐलान किया है।
आप को बता दे कि जिस एकाउंट से RBI ने सरकार को पैसे देने का ऐलान किया है इस एकाउंट का उपयोग RBI तभी करता है जब भारत पर आर्थिक संकट आता है या फिर कोई और सकंट होता है।
आप इस को इस तरह समझ सकते है कि कोई व्यपारी अपने लाभ का कुछ हिस्सा अपने भविष्य के लिए सेव कर के रखता है हर साल वो अपने लाभ का कुछ हिस्सा इस मे डालता है जैसे एक आम आदमी अपनी कमाई का एक हिस्सा अपने भविष्य या फिर कोई संकट आने पर इस्तेमाल कर सके इसलिए वो कुछ पैसा अपने पास रिज़र्व में रखता है उस ही तरह RBI भी ये काम करता है।
आप को बता दे कि साल 2012 में RBI ने 27000 करोड़ अपने रिज़र्व में डाले थे और साल 2013 में 28000 करोड़ अपने रिज़र्व में डाले थे ।
पर 2014 के बाद से RBI ने रिज़र्व में पैसे डालना बंद कर दिया है और ऊपर से अपने रिज़र्व खाते में से सरकार को 52000 करोड़ देने का ऐलान किया है।
RBI का कहना है कि उसके पास जरूरत से ज्यादा रिज़र्व है इसलिए उसने ये 52000 करोड़ सरकार को देने का काम किया है । भारत सरकार ने रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर बिमल जालान के शासन में एक कमेटी बनाई थी, जिसने कहा था कि RBI को अपनी कुल पूँजी का 20-24.5 प्रतिशत तक रिज़र्व में रखना होगा । वर्तमान में ये 23.3 प्रतिशत है जिस को घटा कर 20% कर दिया गया और सरकार को अतिरिक्त पूँजी 52000 करोड़ दे दी गई है।
भारतीय रिज़र्व बैंक के रिज़र्व 2 प्रकार के होते है।
पहला में सोना, अमेरिकी सरकार बॉन्ड, विदेशी पूंजी आदि आती है।
दूसरे में भारत सरकार के बॉन्ड अथवा घरेलू निवेश आते है।
News on Banking Sector |
RBI ने अपने रिज़र्व एकाउंट से सरकार को दिए 52000 करोड़।
RBI ने भारत सरकार यानी मोदी सरकार को अपने रिज़र्व खाते से सरकार को 52000 करोड़ देने का ऐलान किया है।
आप को बता दे कि जिस एकाउंट से RBI ने सरकार को पैसे देने का ऐलान किया है इस एकाउंट का उपयोग RBI तभी करता है जब भारत पर आर्थिक संकट आता है या फिर कोई और सकंट होता है।
आप इस को इस तरह समझ सकते है कि कोई व्यपारी अपने लाभ का कुछ हिस्सा अपने भविष्य के लिए सेव कर के रखता है हर साल वो अपने लाभ का कुछ हिस्सा इस मे डालता है जैसे एक आम आदमी अपनी कमाई का एक हिस्सा अपने भविष्य या फिर कोई संकट आने पर इस्तेमाल कर सके इसलिए वो कुछ पैसा अपने पास रिज़र्व में रखता है उस ही तरह RBI भी ये काम करता है।
आप को बता दे कि साल 2012 में RBI ने 27000 करोड़ अपने रिज़र्व में डाले थे और साल 2013 में 28000 करोड़ अपने रिज़र्व में डाले थे ।
पर 2014 के बाद से RBI ने रिज़र्व में पैसे डालना बंद कर दिया है और ऊपर से अपने रिज़र्व खाते में से सरकार को 52000 करोड़ देने का ऐलान किया है।
RBI का कहना है कि उसके पास जरूरत से ज्यादा रिज़र्व है इसलिए उसने ये 52000 करोड़ सरकार को देने का काम किया है । भारत सरकार ने रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर बिमल जालान के शासन में एक कमेटी बनाई थी, जिसने कहा था कि RBI को अपनी कुल पूँजी का 20-24.5 प्रतिशत तक रिज़र्व में रखना होगा । वर्तमान में ये 23.3 प्रतिशत है जिस को घटा कर 20% कर दिया गया और सरकार को अतिरिक्त पूँजी 52000 करोड़ दे दी गई है।
भारतीय रिज़र्व बैंक के रिज़र्व 2 प्रकार के होते है।
पहला में सोना, अमेरिकी सरकार बॉन्ड, विदेशी पूंजी आदि आती है।
दूसरे में भारत सरकार के बॉन्ड अथवा घरेलू निवेश आते है।
0 comments:
Post a Comment